छठ पूजा का पर्व 3 दिन तक चलता है इसकी शुरुआत पहले दिन नहाय खाय के साथ होता है। दूसरे दिन में खरना मनाया जाता है। और आखिरी दिवस में सूर्य देव को संध्या अर्घ्य अर्पित किया जाता है।
Chhath Pooja लोक पर्व, में छठ पर्व को महापर्व माना जाता है। छठ पर्व में भगवान सूर्य एवं छठी मैया की पूजन की जाती है। लोक मान्यता के अनुसार छठ पूजा का व्रत करने वाली महिलाओं की संतान को सुख-समृद्धि मिलती है।
Chhath Pooja के व्रत में महिलाओं के द्वारा 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखा जाता है इसीलिए इस व्रत को सबसे कठिन माना जाता है।
छठ पूजा के इस तीन दिवसीय पर्व में पहले दिन का आरम्भ नहाय खाय के साथ होता है। दूसरे दिन खरना होता है। अंतिम दिवस में सूर्य देव को संध्या अर्घ्य दिया जाता है।
Chhath Pooja का तीसरा दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस दिन शाम के समय यानी कि सूर्य देव को पूजा के दौरान संध्या अर्घ्य देने का विधान है।
इस साल छठ पूजा का तीसरा दिन 7 नवंबर, दिन गुरुवार को पड़ रहा है। इस दिन व्रती महिलाएं शाम के समय तालाब या नदी में स्नान करते हुए सूर्य को जल अर्पित करेंगी।
हर शहर में Chhath Pooja के संध्या अर्घ्य का समय अलग अलग होता है
यहां जानेंगे प्रमुख शहरो का मुहूर्त
पटना, बिहार में छठ पूजा संध्या अर्घ्य का मुहूर्त – शाम 5 बजकर 4 मिनट
रांची, झारखंड में छठ पूजा संध्या अर्घ्य का मुहूर्त – शाम 5 बजकर 7 मिनट
दिल्ली में छठ पूजा संध्या अर्घ्य का मुहूर्त – शाम 5 बजकर 32 मिनट
कोलकाता में छठ पूजा संध्या अर्घ्य का मुहूर्त – शाम 4 बजकर 56 मिनट