
नये नियमों के मुताबिक अब एडवांस बुकिंग 120 दिन की बजाए 60 दिनों में ही करा पाएंगे। नये नियम 1 नवंबर से लागू होंगे।
रेल्वे ने रिजर्वेशन के नियमों में नये बदलाव किये हैं। यह अहम बदलाव 1 नवंबर से प्रभावी होगा। 31 अक्टूबर तक होने वाले रिजर्वेशन पर यह फैसला लागू नहीं होगा। रेल्वे ने रिजर्वेशन टिकट बुकिंग की समय सीमा में बदलाव करते हुए 120 से 60 दिन कर दी है।
1 नवंबर से लागू हो रहे इस नियम के मुताबिक अब यात्रा के दिन से 60 दिन पहले तक टिकट बुकिंग कराई जा सकेगी। पहले यह 120 दिन थी।
इन ट्रेनों की बुकिंग नहीं होगी प्रभावित
गोमती एक्सप्रेस, ताज एक्सप्रेस जैसी कुछ ट्रेनों पर इस नियम को लागू नहीं करने का निर्णय रेल्व नने लिया है। साथ ही विदेशी पर्यटकों को अभी भी 365 दिन की एडवांस बुकिंग की सुविधा मिलती रहेगी।
नियमों में बदलाव का उद्देश्य
रेल्वे के अनुसार एडवांस बुकिंग कराने वालों में सिर्फ 13 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो ट्रेन की एडवांस बुकिंग 120 दिन पहले कराते हैं। अधिकतर लोग 45 दिनों के अंदर ही बुकिंग कराते हैं। जोकि कालाबाजारी करने वालों के लिए मौका बनता है। रेल्व के अनुसार पहले से टिकट बुक कराने में कैंसिलेशन और रिफण्ड की समस्या होती है, जिसे दूर करने में यह बदलाव सहायक होगा।
पुरानी बातें
यह पहली बार नहीं हुआ है जब एडवांस रिजर्वेशन पीरियड 60 दिन किया गया हो। दरअसल अप्रैल 2015 तक यह सीमा 60 दिन ही थी। फिर सरकार ने बुकिंग की सीमा बढ़ाकर 120 दिन कर दी थी।
और उस समय सीमा बढ़ाने पर भी यही तर्क दिया गया था जो आज कम करने पर दिया जा रहा है –
“दलाल हताश होंगे” क्योंकि इसमें ज्यादा कैंसिलेशन चार्ज देना होगा।
उस समय लोगों ने इस निर्णय को लेकर तर्क दिया था कि यह सरकार की ब्याज और कैंसिलेशन से ज्यादा रेवेन्यू कमाने की योजना है।
अब इस फैसले से ट्रेनों की कम फ्रिक्वेंसी एवं ज्यादा जनसंख्या वाले क्षेत्र में क्या असर होता है यह आने वाले समय में चलेगा।