MCU में दलित कुलपति की माँग जोर पकड़ चुकी है। कुलपति की दौड़ में प्रो खोबरे सबसे आगे चल रहे हैं। उन्हे CM की पसंद भी बताया जा रहा है। इसी दौरान NSUI ने इस माँग को लेकर यूनिवर्सिटी की दीवार पर बैनर लगाया था।
MCU में 6 दिसंबर को डॉ भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के दिन शुरू हुए घटनाक्रम ने नया मोड़ ले लिया है। NSUI के छात्रों द्वारा दलित कुलपति की माँग को लेकर युनिवर्सिटी के सामने लगाए गए बैनर को हटा दिया गया है। जिसे NSUI ने बाबा साहब का अपमान बताया है।
इसको लेकर MP Congress के द्वारा भी tweet किया गया है।
दरअसल कुछ दिन पहले ही छात्रों के द्वारा MCU में दलित कुलपति की माँग की गई थी। जिसको NSUI के द्वारा भी समर्थन मिला था। NSUI के द्वारा इस संबंध में उपराष्ट्रपति और सीएम को पत्र लिखा गया था। जिसमें MCU के प्रोफेसर डॉ खोबरे को यूनिवर्सिटी में पहला दलित कुलपति नियुक्त करने की माँग की गई थी। इसी बीच डॉ खोबरे को कुलपति पद के लिए सीएम डॉ मोहन यादव की पसंद भी बताया जा रहा है। और अब इस संबंध में NSUI की माँग के बैनर को हटा दिया गया है।
MCU में कैसे गर्माया दलित कुलपति का मुद्दा
MCU में 6 दिसंबर को डॉ भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें सोशलमीडिया पर वाइरल हुई थीं। जिसमें ABVP की इकाई का गठन हुआ था। तस्वीरों में MCU प्रोफेसर ABVP का गमछा पहने थे।
जिस पर NSUI ने सवाल उठाते हुए निदेशक डॉ आशीष जोशी की नें प्लेट पर कालिख पोतकर उस पर वरिष्ठ सहयोगी ABVP लिख दिया।
इस मामले में दिग्विजय सिंह की भी एंट्री हुई। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर CM और मुख्य सचिव से इस मामले में कार्यवाही को लेकर सवाल उठाए।
इसी दौरान संसद में अमित शाह के बयान पर उठे बवाल ने देश की राजनीति गरमा दी थी। इधर सोशलमीडिया पर MCU के पूर्व छात्रों ने अरुण खोबरे को कुलपति बनाने की माँग उठा दी थी।
NSUI ने इस विषय पर पत्र लिखकर इसको मुद्दा बना दिया। जिसे छात्रों का समर्थन भी मिल रहा है।
अब इस मामले में मिले अपडेट के अनुसार कुलपति की रेस में प्रो खोबरे को सबसे आगे माना जा रहा है।
उन्हें सीएम की पसंद भी बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री के द्वारा पहले भी उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए प्रो खोबरे की तारीफ की जा चुकी है।
कल इसी माँग को लेकर NSUI ने यूनिवर्सिटी की दीवार पर बैनर लगाया गया था। जिसे किसी ने हटा दिया है।NSUI ने इस मामले को बाबा साहेब का अपमान बताया है। NSUI ने कहा कि –
” माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय प्रशासन में बैठे हुए असामाजिक तत्वों को हमारे द्वारा बाबा साहब और दलित समाज का सम्मान सहा नहीं गया, उन्होंने बाबा साहब के सम्मान में दलित समाज से कुलगुरु बनाने की मांग को लेकर लगाए गए हमारे बैनर को हटवा दिया। यह उनकी छोटी मानसिकता को दर्शाता है।”
हालाँकि बैनर किसने हटवाया है इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। इसलिए fenkmat.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
MCU कुलपति की नियुक्ति में हो रही है देरी
15 सितंबर को K G Suresh का कुलपति का कार्यकाल खत्म होने के बाद तीन माह बीत चुके हैं। लेकिन आज तक कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पाई है। अब इस दौड़ में प्रो खोबरे को भी प्रबल दावेदार माना जा रहा है। जिस तरह से विश्वविद्यालय में आए दिन नाटकीय घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। कुलपति की रेस में और भी नए नाम सामने आने की संभावना बढ़ गई है। देखना दिलचस्प होगा संघ का गढ़ मानी जाने वाली यूनिवर्सिटी में दलित कुलपति की माँग पूरी होगी या नहीं।