
इसके बाद 3 मार्च को असम सरकार के सहकारिता विभाग ने रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज को जांच के आदेश दिए थे
गुवाहाटी: Congress के वरिष्ठ नेता और सांसद Gaurav Gogoi ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर असम कोऑपरेटिव एपेक्स बैंक (ACAB) में कथित वित्तीय घोटाले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है। गोगोई ने इस बैंक की वित्तीय अनियमितताओं को उजागर करते हुए financial audit और प्रशासनिक समीक्षा की जरूरत पर जोर दिया है।
क्या हैं आरोप?
Gaurav Gogoi के अनुसार, बैंक बिना किसी औपचारिक आईटी अनुबंध के काम कर रहा है, जिससे सुरक्षा और संचालन से जुड़ी गंभीर चिंताएँ पैदा हो रही हैं। बैंकिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला खर्च 2018 में 28 करोड़ रुपये से बढ़कर 2025 में 250 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जिसमें से 14 करोड़ रुपये केपीएमजी (KPMG) को संदिग्ध परिस्थितियों में दिए गए।
I have written a letter to the Prime Minister Shri Narendra Modi ji about the need for an inquiry into the financial irregularities at Assam Cooperative Apex Bank because the state government is busy arresting and intimidating the Assamese media. @PMOIndia pic.twitter.com/Cw91TiGENY
— Gaurav Gogoi (@GauravGogoiAsm) March 30, 2025
उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) को एक शिकायत सौंपी गई थी, लेकिन राज्य सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसके बाद 3 मार्च को असम सरकार के सहकारिता विभाग ने रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज को जांच के आदेश दिए थे, और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था।
Gaurav Gogoi ने पत्रकार की गिरफ्तारी पर भी उठाए सवाल
Gaurav Gogoi ने असम पुलिस द्वारा वरिष्ठ पत्रकार दिलवार हुसैन मोजुमदार की मनमानी गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “पत्रकार की गिरफ्तारी में पुलिस शक्ति का दुरुपयोग हुआ है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”
गोगोई ने जोर देकर कहा कि “लोकतंत्र में प्रेस की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखना जरूरी है और उन पत्रकारों को गलत तरीके से निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए, जो सार्वजनिक हित के मुद्दों पर रिपोर्टिंग कर रहे हैं।”
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पत्रकारों का देशभर में विरोध प्रदर्शन
गिरफ्तारी के विरोध में देशभर के पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया और इस पर पारदर्शी जांच की मांग की। बाद में शनिवार को पत्रकार को रिहा कर दिया गया, लेकिन सरकार और प्रशासन की कार्रवाई को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
Gaurav Gogoi ने प्रधानमंत्री से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने का अनुरोध किया है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर उचित कार्रवाई हो।