
प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर भवन की आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS ) मुख्यालय का दौरा किया और संगठन को भारत की अमर संस्कृति और आधुनिकीकरण का वटवृक्ष बताया। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने संघ मुख्यालय का दौरा किया।
संघ (RSS ) संस्थापकों को दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने स्मृति मंदिर का दौरा किया, जहां उन्होंने आरएसएस (RSS ) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार (Keshav Baliram Hedgewar )और दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर (Madhav Sadashiv Golwalkar) को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने आगंतुक पुस्तिका में हिंदी में एक संदेश भी लिखा, जिसमें कहा गया कि “आरएसएस (RSS ) के इन दो मजबूत स्तंभों की स्मृति लाखों स्वयंसेवकों के लिए प्रेरणा है, जिन्होंने राष्ट्रसेवा को अपना जीवन समर्पित किया है।”
माधव नेत्रालय की आधारशिला रखी, दीक्षाभूमि का दौरा किया
प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर भवन की आधारशिला रखी। इसके अलावा, उन्होंने दीक्षाभूमि का भी दौरा किया, जहां 1956 में डॉ. भीमराव अंबेडकर ()Dr B.R. Ambedkar ने बौद्ध धर्म स्वीकार किया था। इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis)और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) भी उपस्थित रहे।
🔹 Along with PM Narendra Modi, CM Devendra Fadnavis visited Deekshabhoomi, at Nagpur. Took blessings of Lord Buddha and offered humble tribute to Mahamanav BharatRatna Dr. Babasaheb Ambedkar.
Union Minister Nitin Gadkari were present too.
🔹 पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्यासमवेत… pic.twitter.com/b5zjA9FQkL— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) March 30, 2025
रक्षा क्षेत्र में अहम परियोजनाओं का शुभारंभ
पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड के आयुध निर्माण केंद्र भी पहुंचे। यहां उन्होंने मानव रहित हवाई वाहनों (UAV) के लिए निर्मित नए एयरस्ट्रिप और लाइव युद्ध सामग्री परीक्षण केंद्र का उद्घाटन किया।
आरएसएस (RSS ) मुख्यालय दौरे का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे पहले उन्होंने 2013 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए संघ (RSS ) मुख्यालय का दौरा किया था। इस यात्रा को 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा और संघ के संबंधों की पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने एक साक्षात्कार में कहा था कि पार्टी को अब संघ के ‘हैंड-होल्डिंग’ की आवश्यकता नहीं है, जिससे दोनों संगठनों के बीच कुछ मतभेद उभर आए थे। हालांकि, हाल के महीनों में संबंधों को फिर से मजबूत करने के प्रयास किए गए हैं।
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फरवरी में आयोजित अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में भी प्रधानमंत्री मोदी ने संघ की प्रशंसा की थी और कहा था कि यह संगठन लाखों लोगों को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित कर रहा है।