MPPSC ने निकाली मात्र 158 पदों पर भर्ती, इसी के विरोध में DD गार्डन में बुलाई बैठक से NEYU नेता गायब। महाआंदोलन में छात्रों ने की थी 700 पदों पर भर्ती की मांग। 500 पदों का था सरकार का वादा।
इंदौर में NEYU के द्वारा MPPSC के नोटिफिकेशन में कम पदों के मुद्दे को लेकर 1 जनवरी को बैठक बुलाई गई थी।
इसको लेकर नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के द्वारा X पर पोस्ट भी किया गया था। जिसमें 12 बजे सभी छात्रों को DD पार्क में इकठ्ठा होने की बात कही गई थी। छात्रों की मांगों सहित कम पदों पर भर्ती को लेकर आगे की रणनीति तय होनी थी। लेकिन 12 बजे जैसे ही DD गार्डन के सामने छात्र इकठ्ठा होना शुरू हुए, पुलिस के द्वारा धारा 144 लगी होने का हवाला देकर छात्रों को वहां से तितर-बितर कर दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान MPPSC महाआंदोलन को लीड करने वाले NEYU की उपस्थिति कहीं नजर नहीं आई।
दरअसल मौके पर fenkmat.com के द्वारा NEYU के राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य राधे जाट से भी संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन बंद था।
बाद में NEYU का ट्वीट सामने आया है।
जिसमें कहा गया है कि- मध्यप्रदेश सरकार कि तानाशाही देखिये, अब मीटिंग भी नहीं करने दे रहे
आज दोपहर 12 बजे DD पार्क पर छात्रों के साथ मीटिंग से पहले ही पुलिस घर आकर राधे सर, रंजीत सर को अपने साथ ले गई। DD पार्क पर छात्रों को एकत्रित भी नहीं होने दिया जा रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार की तानाशाही देखिए, अब मीटिंग भी नहीं करने दे रहे..😡😡
आज दोपहर 12 बजे DD पार्क पर छात्रों के साथ मीटिंग से पहले ही पुलिस घर आकर राधे सर,रंजीत सर को अपने साथ ले गई,DD पार्क पर छात्रों को एकत्रित भी नहीं होने दिया जा रहा हैI@CMMadhyaPradesh @jitupatwari… pic.twitter.com/CLjhPgtZTD
— National Educated Youth Union (@NEYU4INDIA) January 1, 2025
इसके बाद यूनियन कि ओर से बयान आया है कि वे जल्द ही वकील के साथ संबंधित पुलिस थाने जायेंगे।
MPPSC के खिलाफ सड़कों पर उतरे युवा,रात में भी धरने पर
10 दिन पहले ही NEYU के नेतृत्व में MPPSC छात्रों का हुआ था आंदोलन
हाल ही में इंदौर में MPPSC दफ्तर के बाहर छात्रों का महाआंदोलन हुआ था। जिसका नेतृत्व NEYU के द्वारा किया गया था। इसमें छात्रों की विभिन्न मांगों को लेकर चार दिन तक धरना-प्रदर्शन किया गया। आंदोलन नाटकीय ढंग से खत्म किया गया था। जिसमें सुबह 4 बजे छात्रों से धरना स्थल खाली कराया गया। National Educated Youth Union के नेताओं द्वारा सीएम डॉ मोहन यादव से मुलाकात की गई। सीएम ने 500 पदों पर भर्ती सहित सभी मांगों को पूरी करने का आश्वासन दिया था। आंदोलन में मांगों पर लिखित आश्वासन की शर्त रखी गई थी। लेकिन बिना लिखित मांगों के नाटकीय ढंग से आंदोलन खत्म होने के बाद आज छात्रों के हिस्से में सिर्फ 158 पद आये हैं। छात्रों का कहना है कि 4 दिन और इन सर्द रातों के बदले हमें यह मिला है। जबकि पिछले साल ही 110 पदों के लिए वैकेंसी आई थी।