चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने Prashant Kishor ने आज पटना के वेटरनरी ग्राउंड में जनसभा के दौरान पार्टी का ऐलान कर दिया है। पिछले 2 साल से बिहार में चल रहे जनसुराज अभियान को ही पार्टी का नाम दिया गया है।
जन सुराजियों की विचारधारा मानवता है: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर। pic.twitter.com/zPuXjxlaYU
— Jan Suraaj (@jansuraajonline) October 2, 2024
राजनीति की भूमि बिहार में एक और पार्टी ने ठोका दावा
47 वर्षीय Prashant Kishor ने भारतीय राजनीति में चुनावी रणनीतिकार के तौर पर मोदी, ममता जैसे कई दिग्गजों को जीत दिलवाकर अपना लोहा मनवाया है। 2 साल पहले PK ने चुनावी मैनेजमेंट का काम छोड़ने का फैसला किया। 2 अक्टूबर 2022 को गाँधी जयंती के दिन से बिहार के गाँव-गाँव में पदयात्रा की शुरुआत की, साथ ही तय किया कि 2 अक्टूबर 2024 यानि आज के दिन पार्टी को लॉन्च किया जायेगा। इन दो सालों में Prashant Kishor ने बिहार के 17 जिलों के 5500 गाँवों में पैदल चलकर 1 करोड़ लोगों को सदस्य बनाया।
कौन है पहला अध्यक्ष?
कौन हैं जन सुराज के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती जी ?#JanSuraaj pic.twitter.com/18eD9rNGcL
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पार्टी बनाने के ऐलान के समय से ही यह सवाल उठ रहा था कि क्या Prashant Kishor ही अध्यक्ष होंगे। कयासों में उनकी पत्नी का नाम भी उछाला जा रहा था। मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए भी कयासों का बाजार गर्म है। खैर काफी दावों के बीच यह माना जाने लगा कि अध्यक्ष दलित समाज से हो सकता है। आज पार्टी के ऐलान के साथ ही कार्यकारी अध्यक्ष के नाम का भी ऐलान हो गया है। जनसुराज के पहले अध्यक्ष मधुबनी के Manoj Bharti को बनाया गया है। जो कई देशों में भारतीय राजदूत के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अफसर को अध्यक्ष बनाये जाने पर Prashant Kishor का कहना है कि उन्हें इसलिए अध्यक्ष नहीं बनाया गया कि वे दलित हैं। बल्कि इसलिए अध्यक्ष बनाया गया है की वे काबिल हैं और दलित भी हैं।
Prashant Kishor ने किये राजनीतिक वादे और दावे
पटना के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में बने स्टेज पर लगभग 4 हजार नेताओं के बैठने की जगह थी। सामने उपस्थित जनसमूह के सामने Prashant Kishor ने ऐलान किया कि पार्टी के उम्मीदवार से एक शपथ पत्र भरवाया जायेगा, चुनाव जीतने के बाद अगर पार्टी के संस्थापक सदस्यों का कोरम उसके खिलाफ होता है तो उसको इस्तीफ़ा देना होगा। Prashant Kishor ने शिक्षा व्यवस्था की बेहतरी को भी जनसुराज के मिशन में सबसे ऊपर रखा है। साथ ही 10-15 हजार तक की नौकरियों के लिए व्यवस्था की जायेगी जिससे कि राज्य के युवा को छोटी नौकरियों के लिए पलायन न करना पड़े।