MPPSC आंदोलन के नेता राधे जाट और रंजीत किसानवंशी को जेल भेज दिए जाने के बाद राहुल गांधी ने भाजपा को घेरते हुए ट्वीट किया है। MPPSC में केवल 158 पद आने के बाद फिर आंदोलन की थी तैयारी।
MPPSC आंदोलन के नेताओं को जेल भेज दिए जाने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के आश्वासन दिए जाने के बाद MPPSC छात्रों ने आंदोलन खत्म कर दिया था। लेकिन १ जनवरी को NEYU नेता राधे जाट और रंजीत किसानवंशी को गिरफ्तार कर लिया गया। और ACP कोर्ट में जमानत ख़ारिज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस मुद्दे पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं के बयान सामने आये।
शुक्रवार को राहुल गाँधी ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट करके मोहन सरकार को घेरा है।
भाजपा भारत के युवाओं का बिल्कुल एकलव्य जैसा अंगूठा काट रही है, उनका भविष्य मिटा रही है।
सरकारी भर्ती में विफलता बड़ा अन्याय है। पहले तो भर्ती नहीं निकलती। भर्ती निकल जाए तो एग्जाम समंय पर नहीं होते। एग्जाम हो तो पेपर लीक करवा दिए जाते हैं। और जब युवा न्याय मांगते हैं तब उनकी आवाज को बेरहमी से कुचला जाता है।
हाल ही में UP और बिहार की दो घटनाओं के बाद अब मध्यप्रदेश में MPPSC में हुई गड़बड़ी का विरोध कर रहे दो छात्रों को जेल में डाल दिया गया है।
वो भी तब जब मुख्यमंत्री ने खुद छात्रों से मुलाकात कर उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था। BJP की सरकार ने छात्रों के भरोसे को तोड़ा है और लोकतांत्रिक प्रणाली का गला घोंटा है।
छात्रों के अधिकार की लड़ाई में हम उनके साथ हैं। भाजपा को देश के युवाओं के हक की आवाज किसी कीमत पर दबाने नहीं देंगे।
भाजपा भारत के युवाओं का बिल्कुल एकलव्य जैसा अंगूठा काट रही है, उनका भविष्य मिटा रही है।
सरकारी भर्ती में विफलता बड़ा अन्याय है। पहले तो भर्ती नहीं निकलती। भर्ती निकल जाए तो एग्जाम समय पर नहीं होते। एग्जाम हो तो पेपर लीक करवा दिए जाते हैं। और जब युवा न्याय मांगते हैं तब उनकी… https://t.co/k7zD2TrDB4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 3, 2025
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद जीतू पटवारी ने कहा है कि अब युवाओं के हक के लिए इस निर्णायक लड़ाई के लिए कांग्रेस जी-जान लगा देगी।
मुलाकात करके मुकर जाने वाला यह मुख्यमंत्री युवाओं का भला नहीं कर सकता! तानाशाह को सबक सिखाने के लिए युवाओं को अब मिलकर निर्णायक संघर्ष करना ही होगा! न्याय की इस लड़ाई में कांग्रेस भी जी-जान लगा देगी! https://t.co/CgjbqekQoH
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 3, 2025
क्यों भेजा जेल?
MPPSC के खिलाफ छात्रों के 90 घंटे आंदोलन करने के बाद,आयोग ने 2025 के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। छात्रों ने 700 से ज्यादा पदों की मांग की थी, लेकिन आयोग ने मात्र 158 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है। 31 दिसंबर की देर रात को आयोग ने नोटिफिकेशन जारी किया। 158 पदों में से डिप्टी कलेक्टर के लिए केवल 2 पद हैं। नोटिफिकेशन के बाद छात्रों में रोष बढ़ने लगा था। देर रात 2 बजे ही छात्रों की ज़ूम मीटिंग हुई। जिसमें सुबह DD गार्डन में 12 बजे बैठक किये जाने का निर्णय लिया गया। लेकिन सुबह ही राधे जाट और रंजीत किसानवंशी को पुलिस ने नजरबंद कर लिया। अगले दिन ACP कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
छात्रों में बढ़ रहा है आक्रोश
जिस तरह से MPPSC के छात्रों के आंदोलन के बाद घटनाक्रम हुआ है।इस घटना के बाद छात्रों में आक्रोश है। पहले 700 पदों एवं अन्य मांगों को लेकर आंदोलन हुआ।फिर मुख्यमंत्री से छात्र नेताओं की मुलाकात हुई। सीएम डॉ मोहन यादव ने छात्रों की मांगों पर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया। छात्र नेताओं ने बताया कि 500 पदों के लिए सहमति बन गई है।लेकिन 158 पदों के लिए नोटिफिकेशन आया और छात्र नेताओं राधे जाट और रंजीत को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया।
सोशलमीडिया पर इस मुद्दे को लेकर छात्र आक्रोशित हैं। छात्रों ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेताओं से इस मुद्दे पर सड़क पर उतरने की मांग की है।
इसके बाद लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गाँधी का इस मुद्दे पर ट्वीट प्रदेश की राजनीति में पारा गरम कर रहा है। छात्रों का कहना है कि बिहार उत्तरप्रदेश या अन्य राज्यों में छात्रों के मुद्दे पर विपक्ष सड़कों पर है लेकिन यहां केवल कांग्रेस ट्वीट करके अपनी जिम्मेदारी निभा रही है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का ट्वीट
मेरे प्रदेश के बच्चों घबराना नहीं है, आदरणीय राहुल गाँधी जी, मैं व समस्त कांग्रेस आपके साथ खड़ी है. हम सब मिलकर इस निर्दयी सरकार को घुटनों पर लाएंगे. https://t.co/1BU7QZz8QW
— Umang Singhar (@UmangSinghar) January 3, 2025
युकां के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विधायक विक्रांत भूरिया
भाजपा सरकार युवाओं के सपनों को कुचलने पर आमादा है।
सरकारी भर्तियों में देरी, पेपर लीक, और विरोध करने वाले छात्रों को जेल में डालकर इस सरकार ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है। हाल ही में MPPSC में गड़बड़ी के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों की गिरफ्तारी ने सरकार की नाकामी और क्रूरता को… https://t.co/hCJnuHzQ3s— Dr.Vikrant Bhuria (@VikrantBhuria) January 3, 2025
अब छात्रों को इंतजार है कि मुख्यमंत्री की वादाखिलाफी के बाद क्या विपक्ष उनका साथ देगा?