101 किसान शम्भू बॉर्डर से दिल्ली के लिए हुए थे रवाना। रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने फूल बरसाने के बाद दागे आंसू गैस के गोले। 8 किसान घायल।
किसानों का शम्भू बॉर्डर से दिल्ली मार्च आज फिर टल गया है। पंजाब के 101 किसान शम्भू बॉर्डर से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। 12 बजे पैदल निकले किसान पौने चार घंटे के संघर्ष के बाद वापस लौट चुके हैं। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक लिया था। पुलिस और किसानों के बिच बहस हुई।
किसानों को रोकते हुए हरियाणा पुलिस ने दिल्ली जाने की परमिशन लेटर की मांग की। पुलिस ने कहा कि बिना परमिशन के दिल्ली में नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने जब बेरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया। तो हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान वाटर कैनन का भी इस्तेमाल हुआ। संघर्ष में 8 Farmer घायल हो गए। एक Farmer को गंभीर हालत में चंडीगढ़ PGI रेफर किया गया है।
इस संघर्ष के बाद किसान नेताओं ने दिल्ली कूच कर रहे जत्थे को वापस बुला लिया। किसानों के द्वारा फिर से बैठक की जाएगी।
इस मुद्दे पर कांग्रेस का ट्वीट
देश के किसान एक बार फिर अपना हक मांगने सड़कों पर उतर आए हैं।
वे दिल्ली आकर सरकार से बात करना चाहते हैं, अपने खून-पसीने की मेहनत का मोल चाहते हैं, न्याय चाहते हैं।
किसानों की मांग है कि 👇🏼
• उन्हें फसलों का सही दाम मिले
• MSP की लीगल गारंटी दी जाएलेकिन वादा खिलाफी करने… pic.twitter.com/yK8mf1mPY5
— Congress (@INCIndia) December 8, 2024
हरियाणा पुलिस की नरमी
किसानों के बैरिकेडिंग तक पहुँचने पर हरियाणा पुलिस ने फूल भी बरसाए। इसके बाद किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस और वाटर कैनन चलाई।
इस दौरान हरियाणा और पंजाब पुलिस ने मीडिया को दूर से कवरेज की सलाह भी दी है।
किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने करीब १००० जवान तैनात किये थे। डब्बों में आंसू गैस के गोले और ३ वज्र वहां खड़े किये थे।
वहीँ किसानों ने भी 10 एम्बुलेंस के साथ 7 गाड़ियां तैयार की थीं। पास में आंसू गैस से बचने के लिए पानी के टैंकर और नमक की बोरियों का भी स्टॉक रखा था।
Modi जी को फिल्म देखने की फुर्सत है तो kisano से मिलने की क्यों नहीं ?
किन मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं किसान
किसानों के द्वारा केंद्र सरकार से फसलों के समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी सहित 13 मांग की गई हैं।
1.सभी फसलों की MSP पर खरीद की गारंटी का कानून बने।
2,डॉ स्वामीनाथन आयोग के हिसाब से कीमत तय हो।
3.DAP खाद की कमी को दूर किया जाये।
4.Farmer-खेत मजदूरों का कर्जा माफ हो, पेंशन दी जाए।
5.भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू किया जाए।
6. लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों का सजा दी जाए।
7.मुक्त व्यापर समझौतों पर रोक लगाई जाए।
8.Farmer आंदोलन में मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा, सरकारी नौकरी मिले।
9.बिजली संशोधन विधेयक २०२० रद्द किया जाये।
10.मनरेगा में हर साल २०० दिन का काम, 700 रूपये मजदूरी दी जाये।
11.नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां व खाद वाली कंपनियों पर कड़ा कानून बनाया जाये।
12.मिर्च हल्दी एवं अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाये।
13. संविधान की ५वीं अनुसूची को लागू कर आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए।
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